पढि़ए प्रतिदिन : एक नया गीत

Friday, April 26, 2019

गीत 73 : सबा ह'ते राखबो तोमाय

सबसे रखूँ तुम्हें
बचाकर ।
ऐसा पूजाघर पाऊँ कहाँ
अपने घर ।

यदि मेरे दिन–रात में
हों मेरे अपने सब साथ में
दया कर आओ पकड़ में तो
रखूँगा धर ।

मान दे सकूँ ऐसा मानी
मैं तो नहीं
पूजा का भी कोई आयोजन
नहीं है स्वामी ।

यदि तुमसे है प्यार
बज उठेगी स्वयं वंशी,
खिल उठेंगे स्वयं कुसुम
कानन भर ।

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