पढि़ए प्रतिदिन : एक नया गीत

Monday, May 6, 2019

गीत 80 : तारा दिनेर बेला एसेछिलो

वे आए थे दिन में ही
मेरे घर में--
कहा था, पड़े रहेंगे
यहीं पास में ।
कहा था, भगवद्सेवा में
होंगे हम सहायक तुम्हारे
मिलेगा जो कुछ प्रसाद
लेंगे बाद पूजा के ।

इसी तरह दरिद्र क्षीण
मलिन वेश में
ससंकोच एक कोने में
आए, रहे वे ।
रात में देखा, प्रबल होकर
मेरे देवालय के पास
हरण करते पूजा की बलि
मलिन हाथ से ।

No comments:

Post a Comment